Chardham yatra 2025 को लेकर हर स्तर पर तैयारियां तेज हो गई हैं। 30 अप्रैल से शुरू होने वाली यात्रा के लिए पंजीकरण जारी हैं। अब तक सबसे ज्यादा पंजीकरण केदारनाथ यात्रा को लेकर किए गए हैं। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए इस बार धामी सरकार की चारधाम यात्रा की तैयारियों को केंद्र सरकार भी परखने जा रही है। यात्रा शुरू होने से पहले केंद्र सरकार कई विभागों के अधिकारियों को देहरादून भेज कर जांचने की कोशिश करेगी कि आखिरकार यात्रा की तैयारी कितनी मुकम्मल है। अगर कोई कमी रही तो केंद्र सरकार, राज्य सरकार के साथ मिलकर उसकी भरपाई करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा विशुद्ध रूप से यात्रा होनी चाहिए। हमारे पूर्वजों के समय से यात्रा के नियम बने हैं। ये यात्रा धर्म के लिए है। पुराने रील चलाने से देश और दुनिया में गलत संदेश जाता है।
चारधाम यात्रा के लिए प्रशासन ने इस बार कुछ नए नियम जोड़े हैं। इसमें सोशल मीडिया पर वीडियो और रील बनाने वालों के लिए भी खास नियम बनाया गया। इस बार मंदिर के अंदर वीडियो और रील बनाने पर रोक लगा दी गई है। ऐसे में अगर कोई वीडियो या रील बनाता हुआ पकड़ा जाता है तो उसे बिना दर्शन किए ही वापस भेज दिया जाएगा। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा पर आते हैं। इस बार की चारधाम यात्रा के लिए अब तक 9 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। चारधाम यात्रा में इस बार VIP दर्शन भी बंद कर दिए गए हैं। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर अप्रैल माह के आखिरी सप्ताह में एनडीएमए की बैठक उत्तराखंड में प्रस्तावित है। बैठक के बाद चारधाम यात्रा को लेकर मॉक ड्रिल भी किया जाएगा। ड्रिल में तमाम विषम परिस्थितियों में कैसे निपटा जाए, अभ्यास किए जाएंगे।