38 वें राष्ट्रीय खेलों की मशाल ‘‘तेजस्विनी’’ के जनपद मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचने पर गणमान्य नागरिकों, खिलाड़ियों, छात्रों व अधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। इस मौके पर स्पोर्ट्स स्टेडियम गोपेश्वर से आईटीबीपी के बैंड के साथ मुख्य बाजार, मंदिर मार्ग होते हुए पुलिस मैदान तक भव्य मशाल रैली का आयोजन किया। पुलिस मैदान में उत्तराखंड के मशहूर बैंड पांडवाज ग्रुप की शानदार प्रस्तुति ने राष्ट्रीय खेलों के प्रति लोगों को जुड़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र कनवासी थे ।
मशाल ‘तेजस्विनी’ के जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचने पर लोगों में खासा उत्साह दिखा।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने पुलिस मैदान गोपेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन के साथ राष्ट्रीय खेलों की मशाल ‘तेजस्विनी’ का औपचारिक अनावरण करते हुए पांडवाज शो का शुभारंभ किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अर्जुन पुरस्कार व बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता सुरेन्द्र सिंह कनवासी के साथ ही जिलाधिकारी ने खेलों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले वॉलीबॉल संघ के जिला अध्यक्ष अशोक रावत और प्रशिक्षक रमेश पंखोली सहित राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर मौली के साथ चल रहे आईटीबीपी के बैंड ग्रुप को सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड राज्य को 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का मौका मिलना हम सबके लिए गर्व का विषय है। इससे हमारी देवभूमि भविष्य में खेल भूमि के रूप में विकसित होगी। राष्ट्रीय खेलों की मशाल ‘तेजस्विनी’ आज चमोली पहुंची है। हम सबके लिए यह गौरवशाली दिन है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री 28 जनवरी,2025 से होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करेंगे। जो कि हमारे प्रदेश के लिए एक गौरवशाली पल होगा।
कहा कि जेले में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कभी कमी नही रही। विभिन्न खेलों में समय समय पर यहां के खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा से देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
इस मौके पर उन्होंने सभी निर्वाचनों में मतदान करने को लेकर शपथ भी दिलाई।
पुलिस मैदान गोपेश्वर में पांडवाज ग्रुप ने 38वें राष्ट्रीय खेलों की थीम सांग ‘‘हल्ला धूम धडाका’’ सहित उत्तराखंड की संस्कृति और परंपरा के साथ राष्ट्रीय खेलों के प्रति लोगों को प्रेरित किया। 38 वें नेशनल गेम्स की जर्सी, मस्कट, एंथम के साथ ही थीम सॉन्ग की खूबसूरत लिरिक्स, मनमोहक संगीत, शानदार गीतों के इस खेल उत्सव में लोग जमकर थिरके। शो के दौरान लोगों ने मशाल ‘तेजस्विनी’ और मस्कट मौली के साथ भी खूब सेल्फी खींची और इस क्षण को यादगार बनाया। वहीं भोटिया जनजाति की महिलाओं ने पौणा नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गई।