पौड़ी। पौड़ी में एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। लेकिन घटना ने प्रशासन की पोल भी खोलकर कर रख दी है। दरअसल, जनपद के सत्याखाल मोटर मार्ग पर बैंज्वाड़ी गांव के पास एक ट्रक देखते ही देखते खाई में जा गिरा। गनीमत रही कि ट्रक के खाई में गिरने से पहले ही ट्रक चालक और परिचालक सुरक्षित ट्रक से बाहर निकल गए, वरना कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। वहीं पास स्थित गांव के कुछ लोगों ने खाई में गिर रहे ट्रक का वीडियो बना लिया।
यह घटना पौड़ी जनपद के बैंज्वाड़ी गांव के पास की है। जानकारी के मुताबिक ट्रक सड़क पर पेंटिंग कार्य में लगा हुआ था। जिस जगह पर ट्रक खाई में गिरा उस स्थान पर सड़क पर खाई की तरफ से दो सप्ताह पूर्व दीवार/पुस्ता का निर्माण किया गया था। ट्रक के खाई में गिरने से सड़क पर हो रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल भी खुल गयी। ग्रामीणों का आरोप हो कि इस स्थान पर तीन बार पुस्ता बनाने का कार्य किया जा चुका है। लेकिन खराब गुणवत्ता के चलते पुस्ता बार बार ध्वस्त हो गया। वहीं अभी भी पुस्ता निर्माण कार्य जारी जिसकी गुणवत्ता का यहां ट्रक हादसा होने के बाद सामने आ गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि ट्रक में कोई वजन नहीं था बावजूद इसके पुस्ता ट्रक का वजन सह नहीं सका और पुस्ता ध्वस्त हो गया। जिसके चलते ट्रक सड़क पर धंस गया और खाई में जा गिरा। वहीं ग्रामीणों ने घटना में हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की है।
ग्रामीण का कहना है कि क्षेत्र में सड़क का चौड़ीकरण की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन विभाग द्वारा खानापूर्ती के लिए सड़क का डामरीकरण किया जा रहा है। बता दें कि हादसे का शिकार हुआ ट्रक भी डामरीकरण के कार्य पर लगा हुआ था। गौरतलब हो कि केंद्रीय विद्यालय भी इसी मोटर मार्ग पर स्थित है। जिस स्थान पर हादसा हुआ उसी स्थान से रोजाना स्कूल बस भी गुजरती है। एक बार स्कूल बस भी इस सड़क पर धंस चुकी है। उस दौरान ग्रामीणों मे जूझ बूझ से सभी बच्चों को बाहर निकाल कर उनकी जान बचाई थी। नहीं तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। जिसके बाद लगातार सड़क और पुस्ते की गुणवत्ता को लेकर बार बार शिकायत किए जाने के बाद भी सड़क निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर कोई सुधार नहीं हुआ। नतीजतन ट्रक हादसे का शिकार हो गया। उधर, लोनिवि अपनी लापरवाही पर लीपापोती कर रहा है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासि अभियंता डीसी नौटियाल का कहना है कि क्षेत्र में चार मीटर तक ड्रई पुस्तों का निर्माण किया गया है। यह पुस्ते केवल मिट्टी रोकने के लिए बनाए गए थे। ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण यही है कि पुस्ता ट्रक के भार को नहीं सह सका, जिससे ट्रक खाई में जा गिरा। उन्होंने बताया कि इस स्थान पर आवासीय भवन भी बने हुए हैं। अब इन पुस्तों को तोड़कर भवन की सुरक्षा को देखते हुए यहां कंक्रीट वॉल का निर्माण किया जा रहा है। वहीं वाहनों की खाई से सुरक्षा के लिए पैराफिट वॉल का निर्माण भी किया जा रहा है।
बार बार पुस्तों का ध्वस्त होना साफ साफ ठेकेदार और लोनिवि की लापरवाही दिखाता है। ऐसे में सवाल यह भी खड़ा होता है कि दुर्घटना के बाद भवन और वाहनों की सुरक्षा के लिए कंक्रीट और पैराफिट वॉल का निर्माण किया जा रहा है तो पहले ड्राई पुस्ते और सड़क में डामरीकरण का कार्य कर महज खाना पूर्ती क्यों की जा रही थी। क्या विभाग किसी अनहोनी के इंतजार में बैठा था?